हरिद्वार। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या से संतो द्वारा पूजित अक्षत शिवालिक नगर पहुंचे। 28 दिसंबर की शाम एक भव्य शोभा यात्रा के द्वारा सैकड़ों भक्तों की उपस्थिति में अयोध्या से आए पूजित अक्षत संघ कार्यालय आर्य नगर से शिवालिक नगर लाए गए। इस अवसर पर सभी भक्तगण बैंड बाजे तथा एक बड़ी रैली के द्वारा पहले संघ कार्यालय पर पहुंचे। वहां रानीपुर नगर के संघ चालक वकील जी ने संघ कार्यालय से एक कलश में पूजित अक्षत, राम मंदिर का चित्र तथा विवरण पत्र, हरिद्वार जिले के अक्षत प्रमुख अनिल गुप्ता से प्राप्त किए। उन्हें पूरे विधि विधान से लाकर खुली जीप पर स्थापित किया गया। वहां से सभी भक्तों के उल्लास पूर्ण उत्साह के साथ वह रैली ज्वालापुर, वाल्मीकि बस्ती, सुभाष नगर, टिहरी विस्थापित कॉलोनी से होते हुए शिवालिक नगर शिव मंदिर पहुंची। BSNL चौराहे पर शिवालिक नगर नगर पालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा ने अपनी टोली के साथ इस कलश का पुष्प अर्पित कर स्वागत किया। शिवालिक नगर शिव मंदिर में इन पूजित अक्षत का स्वागत रानीपुर विधायक आदेश चौहान, शिव मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों की उपस्थिति में मंदिर के पुजारी जी द्वारा पूरे विधि विधान एवं मंत्रों द्वारा पूजन कर स्वागत किया गया। इसके पश्चात यह पूजित अक्षत वाला कलश मंदिर में सभी भगवान के सामने होते हुए अंत में एक कक्ष में स्थापित कर दिया गया। अब यहां से यह अक्षत रानीपुर नगर की विभिन्न बस्तियों में ले जाए जाएंगे और 1 जनवरी से 15 जनवरी के बीच में प्रत्येक घर में संघ के स्वयंसेवक एवं समाज के अन्य व्यक्तियों के सहयोग से घर-घर पहुंचाए जाएंगे।
वही दूसरी तरह हरिद्वार नगर में भी ज्वालापुर,कनखल व सप्तऋषि मण्डलों में अक्षत कलश पहुच गया है। जिसका सभी राम भक्तों ने बड़ी ही श्रद्वा भाव से स्वागत किया। ज्वालापुर में श्री राम चौक से भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ जो गुरुद्वारा रोड, कटहरा बाजार, सराफा बाजार, पीठ बाजार होते हुए रघुनाथ मंदिर गूगल पर पहुंचे। इस यात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। कनखल मंडल के शोभायात्रा सिंह द्वारा से प्रारंभ हुई जो देश रक्षक हनुमानगढ़ थाना मार्ग होते हुए कनखल चौक बाजार में समाप्त हुई। अक्षत कलश यात्रा पर जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर भगवान राम का आशीर्वाद लिया इस दौरान महिलाओं वृद्ध व बच्चों ने भी पूरे उत्साह पूर्वक भगवान राम के संकीर्तन में प्रतिभा किया। वहीं सप्तऋषि मंडल की अक्षत कलश यात्रा भीमगोड़ा कुंड से प्रारंभ होकर खड़खड़ी सुखी नदी होते हुए दूध आधारित चौक पर समाप्त हुई सैकड़ो की संख्या में राम भक्तों ने शोभायात्रा में प्रतिभा कर पुण्य कमाया।

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