स्वर्गाश्रम स्थित श्री गीता आश्रम में त्रिदिवसीय आध्यात्मिक योग साधना सत्र का समापन हुआ। इसमें “अध्यात्म की ओर कैसे बढ़े” इस पर विस्तार से चर्चा हुई। इस अवसर पर तत्व बोध वेद धर्म शास्त्रों में आत्मा परमात्मा का मिलन, योग अभ्यास, ज्ञान, वैराग्य आदि विषयों पर विद्वानों ने विचार व्यक्त किए। मुख्य अतिथि महामंडलेश्वर स्वामी असंगानंद सरस्वती ने आगंतुक साधकों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवत प्राप्ति का मार्ग ज्ञान एवं भक्ति द्वारा ही प्राप्त हो सकता है। दैनिक जीवन में अध्यात्म का होना बहुत आवश्यक है। ट्रस्ट अध्यक्ष डॉ. दीपक गुप्ता ने कहा कि आश्रम में इस प्रकार का यह प्रथम सत्र है। इससे आने वाले साधकों को आध्यात्मिक जीवन की प्रेरणा प्राप्त होगी। ऐसा प्रयास भविष्य में भी किया जाता रहेगा।
कार्यक्रम का संचालन भानु मित्र शर्मा ने किया। इस सत्र में उपस्थित विशेष महानुभावों में सर्व श्री प्रदीप मित्तल, एडवोकेट रामेश्वर चौहान, आनंद गर्ग, ज्ञानेंद्र बंसल, जीएस रांगी एडवोकेट, सत श्री सरोज, मनीष बंसल, रविंद्र सिंघल, रश्मि सिंगल, सनी, नीलम गुप्ता, राजेंद्र चौहान, शशि गुप्ता, लाल इंद्रप्रकाश अग्रवाल, देवेंद्र देशवाल, चंद्र मित्र शुक्ला, त्रिभुवन उपाध्याय, प्रेम प्रसाद, उदय राम, लक्ष्मण पुंडीर, साधना चौहान एवं अनेक साधकों ने भाग लिया।
