पिथौरागढ़। जिलाधिकारी रीना जोशी पिथौरागढ़ के निर्देशों के क्रम में एक सितम्बर रविवार को तेजम तहसील के प्राकृतिक आपदा से प्रभावित, ग्राम मलोन पन्द्रहपाला और ग्राम कोटा के तोक घटगाड़, कुमलती, ठडकोटा और तल्ला कोटा में 50 से अधिक आवासीय भवनों का निरीक्षण लेख राज, उपनिदेशक/भूवैज्ञानिक, भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग पिथौरागढ़ और राजेन्द्र सिंह सामंत, क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक के द्वारा किया गया।    गांव के कई आवासीय भवन भूस्खलन की जद में आने से प्रभावित हो गए हैं जिनका विस्थापन किया जाना है। विगत वर्षों में भी कोटा गांव के आपदा से क्षतिग्रस्त भवनों से 04 परिवारों को सुरक्षित स्थान पर विस्थापित किया गया है। बरसात में, क्षेत्र में कई नाले सक्रिय हो गए हैं, नालों के किनारे की और भूकटाव हो रहा है जिनके किनारों की और सुरक्षात्मक कार्य किये जाने की जरूरत बताई गई। गांव में पहुंचने के लिए सड़क बनाई गई है जो भूस्खलन के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि प्रति वर्ष बरसात में ये सड़क भूस्खलन से बंद हो जाती है जो बरसात के बाद ही खुल पाती है। सड़क के आस पास के प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षात्मक कार्य किये जाने की आवश्यकता बताई गई। विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध कराई जाएगी।

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