हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी, हरिद्वार के फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग में आईआईटी रुड़की द्वारा “वर्चुअल लैब” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में आईआईटी रुड़की के पंकज सैनी एवम आकाश सैनी ने विशेषज्ञ के रूप में छात्रों को वर्चुअल लैब के महत्व और उपयोग के बारे में बताया।
विशेषज्ञों ने बताया कि शिक्षा मंत्रालय कैसे वर्चुअल लैब के माध्यम से छात्रों के व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। इसके अलावा, उन्होंने छात्रों को जानकारी दी कि उनके पास आईआईटी रुड़की से इंटर्नशिप प्राप्त करने का अच्छा अवसर है, जो उनके भविष्य को नई दिशा में ले जाने में सहायक सिद्ध हो सकता है।
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख गजेन्द्र सिंह रावत ने छात्रों को कार्यशाला में भाग लेने के लिए प्रेरित किया एवम वर्चुअल लैब का पूरा लाभ उठाने की सलाह दी। वहीं, डीन प्रोफेसर विपुल शर्मा ने विभाग और छात्रों की प्रशंसा की और उन्हें अपने व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ाने के लिए वर्चुअल लैब का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस कार्यशाला का समन्वयन गौरव कुमार ने किया। इलेक्ट्रिकल विभाग के डॉ. बृजेश कुमार, डॉ. आशीष धामंधा, योगेश कुमार, लोकेश भारद्वाज, और अविरल अवस्थी ने कार्यशाला के सफल संचालन में सहयोग किया। इस मौके पर डॉ. मयंक पोखरियाल, संजय सिंह, अश्विनी कुमार, प्रतीक अग्रवाल सहित अन्य विभागों की भी उपस्थिति रही। कार्यशाला में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मैकेनिकल इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं संचार जैसी विभिन्न शाखाओं के छात्रों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला ने छात्रों को नई तकनीकों से परिचित कराते हुए उनके कौशल को बढ़ाने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया। वर्चुअल लैब के उपयोग से छात्रों को वास्तविक प्रयोगशालाओं के अनुभव को वर्चुअल माध्यम से प्राप्त करने की सुविधा होगी, जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया और भी समृद्ध होगी।