हरिद्वार। पुलिस ने शांतिकुंज प्रमुख के खिलाफ साजिश रचकर बदनाम करने की नीयत से युवती से दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराने वाले फरार तीसरे आरोपी को भी मध्य प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। जबकि पुलिस साजिश रचने वाले दो आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपी को जेल भेज दिया।
नगर कोतवाल राकेंद्र कठैत के मुताबिक शांतिकुंज प्रमुख प्रणव पंड्या के खिलाफ तीन लोगों ने षड्यंत्र रचकर 9 मार्च 2020 को युवती व उसकी मां को बहला फुसलाकर दिल्ली के विवेक विहार थाने में दुष्कर्म समेत अन्य धाराओं में झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। मुकदमा जीरो एफआईआर पर हरिद्वार कोतवाली पहुंचा। जब कोतवाली पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो मामला झूठा निकला। पुलिस ने एफआर लगाते हुए न्यायालय में पेश की। न्यायालय द्वारा अभियोग को फिर से विवेचना के आदेश मिलते ही पीड़िता को पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया। पीड़िता ने न्यायालय के समक्ष अपने बयान में सच्चाई को समाने रख दिया था।
पीड़िता के बयान के आधार पर कोतवाली पुलिस ने शांतिकुंज प्रमुख के खिलाफ षड्यंत्र के तहत झूठा मुकदमा दर्ज कराने समेत अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को तलाश शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि मनमोहन निवासी सारजामदा थाना परसुडीह पूर्वी सिंहभूम झारखंड को 25 मर्च 2022 को गिरफ्तार किया था। वहीं दूसरे आरोपी हरगोविंद गुप्ता निवासी पूर्वांचल प्रोविजनल स्टोर मोहनलालपुर थाना तिवारीपुर जिला गोरखपुर उत्तर प्रदेश को 26 मई को ग्राम तरकुलहा में छापा मारकर गिरफ्तार किया। वहीं तीसरे आरोपी तोषण साहू निवासी परसदन नारंग रायपुर छत्तीसगढ़ को शनिवार को आईपीएस स्कूल के पास थाना मसरोद जिला भोपाल मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। आरोपी को हरिद्वार लाने के बाद न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।