जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व की मासिक स्टाफ समीक्षा बैठक ली। उन्होंने बैठक में राजस्व, रेगुलर पुलिस, पूर्ति विभाग, आबकारी विभाग, राजस्व वसूली, लंबित वाद सहित अन्य की अभी तक की गई कार्यवाही पर समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये।

शुक्रवार को आयोजित बैठक में ई-ऑफिस की समीक्षा के दौरान नगर पंचायत जोंक, थलीसैंण व सतपुली के ईओ द्वारा ई-ऑफिस में न्यून प्रगति के चलते वेतन रोकने के निर्देश दिए। जबकि राजस्व वादों के आरसीएमएस पोर्टल की मॉनिटरिंग नहीं करने पर मुख्य प्रशासनिक अधिकारी जिला कार्यालय व लंबित वादों की फाइलों में कार्यवाही नहीं करने पर यमकेश्वर तहसील के पेशकार के वेतन आहरण पर रोक लगाने के निर्देश दिए।

  • ई-ऑफिस में धीमी प्रगति पर संबंधित कार्यालयों को चेतावनी

  • जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट सभागार में ली मासिक स्टाफ समीक्षा बैठक

जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी को यह भी कहा कि जिन विभागों द्वारा ई-ऑफिस प्रणाली में कार्य नहीं किया जा रहा है उन्हें चेतावनी जारी करें। उन्होंने लंबित राजस्वों वादों को समय पर निस्तारण करने के निर्देश समस्त उपजिलाधिकारी व तहसीलदारों को दिये। साथ ही उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कहा कि वसूली के कार्यों की प्रगति बढ़ाने व बड़े बकायादारों पर वसूली की कार्यवाही तेजी से करें। सभी तहसीलों में कुल 3514 वाद हैं, जिसमें माह के अंतिम तक 2331 वादों का निस्तारण किया गया जबकि 1067 वाद अवशेष हैं।

उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिये कि वादों का सही विवरण आरसीएमएस पोर्टल पर अपलोड करना सुनिश्चित करें और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को नियमित से रूप से आरसीएमएस पोर्टल की मॉनिटरिंग करने के सख्त निर्देश दिये हैं। वहीं पूर्ति विभाग द्वारा दुकानों में घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग करने पर 40 लोगों पर चालानी कार्यवाही की गई, जिसमें 92 हजार का चालान किया गया जबकि 01 गैस सिलेंडर को जब्त किया गया।

जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारी व पूर्ति अधिकारी को जनपद के अंतर्गत पेट्रोल की गुणवत्ता चेक करने के लिए पेट्रोल पंपों का निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि जिन उज्ज्वला गैस कनेक्शनों का लाभार्थियों द्वारा गलत उपयोग किया जा रहा है उन पर कार्यवाही करें। ई-ऑफिस की समीक्षा के दौरान नगर पंचायत थलीसैंण 06, जोंक 07 व सतपुली द्वारा 09 फाइलों पर कार्य किया गया है। जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए तीनों ईओ को ई-ऑफिस प्रणाली में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने अपर जिलाधिकारी को निर्देश दिए कि सब रजिस्ट्रार कार्यालय कोटद्वार का निरीक्षण करते हुए अभी तक हुई रजिस्ट्री का विवरण प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।

बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारी व आरटीओ विभाग के अधिकारियों को बिना हेलमेट और शराब पीकर वाहनों का संचालन करने वाले चालकों के विरुद्ध कार्यवाही करने को कहा। जिलाधिकारी ने खनन अधिकारी को खनन क्षेत्रों में संबंधित क्षेत्र के उपजिलाधिकारी के साथ संयुक्त निरीक्षण करते हुए अवैध खनन पर रोक लगाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और बेहतर कार्य प्रणाली अपनाने के निर्देश भी दिये।

बैठक में अपर जिलाधिकारी अनिल गर्ब्याल, प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिता जोशी, उपजिलाधिकारी श्रीनगर नूपुर वर्मा, कोटद्वार सोहन सैनी, लैंसडौन शालिनी मौर्य, यमकेश्वर अनिल चन्याल, धुमाकोट रेखा यादव, सतपुली श्रेष्ठ गुनसोला, जिला आबकारी अधिकारी के तपन पांडे, खनन अधिकारी राहुल नेगी, तहसीलदार पौड़ी दीवान सिंह राणा, श्रीनगर धीरज राणा, कोटद्वार साक्षी उपाध्याय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी कुसुम तड़ियाल, सहित अन्य अधिकारी व पटल सहायक उपस्थित थे।

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