*चुनाव का पर्व-देश का गर्व*
*राष्ट्र व संस्कृति को सर्वोपरि रखकर करें मतदान*
*राष्ट्रहित में ही हो मतदान*

ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने माँ गंगा के तट परमार्थ निकेतन से देशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि अंतिम दो चरणों का मतदान अब भी बाकी हैं। राष्ट्र व संस्कृति को सर्वोपरि रखकर राष्ट्रहित में ही हो मतदान क्योंकि मतदान, महादान है। मताधिकार सबसे बड़ा अधिकार है इसलिये इसका उपयोग समझदारी से करें। हमारा मूल्यांकन स्वार्थ के लिये नहीं बल्कि राष्ट्र हित के लिये हो।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने भारत की जनता से आग्रह करते हुये कहा कि यह एक अवसर है जब हम भारत को भारत की दृष्टि से देखने वाली और भारत की संस्कृति को जीने वाली सरकार दे सकते हैं इसलिये निडर होकर देषहित को सर्वोपरि रखकर मतदान करे और राष्ट्रभक्त सरकार को ही चुने। अपने मतदान की शक्ति को पहचानें और एक मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग करें। भारत के सुनहरे भविष्य के लिये एक जागरूक मतदाता की तरह मतदान के लिये आगे आयें क्योंकि हमारे इस लोकतांत्रिक राष्ट्र में प्रत्येक मतदाता का मत अमूल्य है। हमारे एक वोट से केवल किसी एक उम्मीदवार की हार या जीत का फैसला नहीं होता बल्कि भारत के भविष्य का निर्धारण होता है इसलिये सभी एक जागरूक और जिम्मेदार मतदाता बने।
स्वामी जी ने कहा कि भारत के जागरूक मतदाता ही भारत के लोकतन्त्र के वास्तविक भाग्य-विधाता हैं। आप सभी जागरूक मतदाताओं के द्वारा किये गया मतदान ही भारत के लोकतंत्र में एक नई ऊर्जा का संचार कर सकता है इसलिये मतदान के दिन सारे काम छोड़ कर सबसे पहले वोट दे।
स्वामी जी ने कहा कि मताधिकार केवल हमारा देश के प्रति एक फर्ज, या कर्ज अथवा अधिकार ही नहीं है बल्कि हमारी जिम्मेदारी व कर्तव्य भी है। हमारा एक वोट पूरे राष्ट्र की किस्मत बदल सकता है, अपने देष को उत्थान की ओर ले जा सकता है और संस्कृति के गौरव को बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। वोट आपका अधिकार ही नहीं दायित्व भी है। जिस प्रकार हम होली, दीपावली, षिवरात्रि या फिर अन्य पर्व धूमधाम से मनाते हैं जो कि वर्ष में एक बार आते हैं परन्तु लोकतंत्र का पर्व जो देश के गर्व भी है वह तो पांच वर्ष में एक बार आता है इसलिये सारे काम छोड़कर पहले मतदान करें क्योंकि यह अवसर फिर पांच वर्षों के बाद ही आयेगा।
स्वामी जी ने विशेष कर वे युवा जो पहली बार वोट दे रहे हैं उनका आह्वान करते हुए कहा कि आप सब भारत का भविष्य हैं और उस भविष्य को सुनहरे अक्षरों से लिखने का अवसर भी आपको प्राप्त हो गया है इसलिये इस अवसर का लाभ उठायें और मतदान कर सभी चुनें और सही चुनें।
स्वामी जी प्रतिदिन मासिक श्री राम कथा, परमार्थ निकेतन गंगा आरती और ऑनलाइन प्लेटफार्म से सभी को मतदान करने के लिये प्रेरित कर रहे हैं ताकि संस्कार, संस्कृति व मानवाधिकारों का संरक्षण करने वाली सरकार भारत की सेवा कर सके।

 

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