हरिद्वार। जनपदभर में गणतंत्र दिवस पूर्ण धूमधाम से मनाया गया। जिला कार्यालय में जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह द्वारा ध्वजारोहण किया गया। तथा संविधान की उद्देशिका की शपथ दिलाई।
उन्होंने देश के अमर शहीदों, स्वतंत्र सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि हम सोभाग्यशाली हैं कि हमने भारत की पावन भूमि पर जन्म लिया। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान विश्व के सबसे सशक्त, सबसे बड़ा, दृढ़ व लचीला संविधान है जोकि समयानुकूल विभिन्न आवश्यकताओं को समाहित करता है। समाज में फैली कुरीतियों व अस्पृश्यता का अन्त करने में संविधान की महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सभी को संविधान के अनुरूप ही कार्य करना चाहिए। देश की राज व्यवस्था भी संविधान के अनुरूप ही चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में राष्ट्रीय पर्व आत्म विश्लेषण का विशेष अवसर देते हैं, राष्ट्र के विकास हेतु हमने बीते समय में क्या किया, प्रयास में क्या कमी रह गई और भविष्य में क्या करना है।
 उन्होंने कहा कि आज के परिपेक्ष्य में राष्ट्रीय पर्व आत्म विश्लेषण का विशेष अवसर देते हैं, राष्ट्र के विकास हेतु हमने बीते समय में क्या किया, प्रयास में क्या कमी रह गई और भविष्य में क्या करना है। राष्ट्र निर्माण के लिए हर व्यक्ति सेना एवम् फोर्स में नहीं जा सकता लेकिन रास्ते निर्माण के लिए हर नागरिक को मजबूत एवम् कामयाब व्यक्तिव्त होना चाहिए।
 राष्ट्र निर्माण के लिए हर व्यक्ति सेना एवम् फोर्स में नहीं जा सकता लेकिन रास्ते निर्माण के लिए हर नागरिक को मजबूत एवम् कामयाब व्यक्तिव्त होना चाहिए। जिसके पास जो जिम्मेदारी है, उसे पूरी निष्ठा, ईमानदारी से पूरा करे, मजबूत नागरिक ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
 जिसके पास जो जिम्मेदारी है, उसे पूरी निष्ठा, ईमानदारी से पूरा करे, मजबूत नागरिक ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण करते हैं।
जो राजकीय सेवा में हैं, समस्या लेकर आने वाले व्यक्ति की जगह खुद को रखकर सोचे, शालीनता समस्या सुने और उसका समाधान करे, जो भी व्यक्ति आए संतुष्ट होकर जाए, राष्ट्र के प्रति यही हमारी सच्ची श्रद्धा होगी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा आपदा प्रबंधन ,राहत कार्यो में उत्कृष्ट कार्य करने वाले , जल पुलिस , पुलिस अग्निशमन, वन, आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम , एसडीआरएफ, एनडीआरएफ़ आपदा मित्र आदि कार्मिको को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य कोषाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत सहित अन्य कर्मचारी व अधिकारी उपस्थित थे।

 
                    