हरिद्वार। विकास भवन सभागार में चल रही नव चयनित पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिला जज प्रशांत जोशी ने कहा कि न्याय सबके लिए, बस यहीं ध्येय है। उन्होंने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह सच है कि जज का वादकारी एवं पीड़ित व्यक्ति से सीधे संपर्क नहीं हो पाता, उनकी व्यथा पेपर और वकील से महसूस होती है। जबकि पैरा लीगल वालेन्टियर्स को पीड़ित एवं शोषित व्यक्तियों से सीधे संवाद का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि वालेंन्टियर्स के माध्यम से सभी को आसानी से न्यायिक प्रक्रिया की जानकारी मिले, सभी के अधिकार संरक्षित हों। उन्होंने पैरा लीगल वॉलेंटियर्स का हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि आप हमारी नींव हैं, इस नींव पर ही हम खड़े हैं। उन्होंने कहा कि शोषित एवं वंचितों की मदद कीजिए। किसी भी व्यक्ति को गलत राय कभी न दें, यदि कुछ समझ न आये तो पीड़ित को डीएलएसए ऑफिस ले आएं ताकि काउंसिलिंग कराते हुए सहायता प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक प्रयास किया जाये कि पारिवारिक विवाद आपसी सुलह समझौते हों परिवारों में किसी भी प्रकार की खटास न हो।

उन्होंने बताया कि 22 दिसम्बर को लक्सर में जनता इंटर कॉलेज सुल्तानपुर में बहुद्देशीय विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें उत्तराखण्ड के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एवं कार्यपालक सालसा मनोज तिवारी सर प्रतिभाग करेंगे।

इस दौरान जिला जज प्रशांत जोशी द्वारा 88 पैरा लीगल वॉलेन्टियर्स को प्रमाण पत्र वितरित किए गये।

इस अवसर पर सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सिमरजीत कौर, मुख्य न्याययिक मजिस्ट्रेट अविनाश श्रीवास्तव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से रमन कुमार सैनी, संगीता भारद्वाज उपस्थित थी।

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