सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर चित्र प्रदर्शनी आयोजित, एकता गीत लॉन्च
– कार्यक्रम में केंद्रीय सरकार की 11 साल की उपलब्धियों को किया गया
शामिल
हल्द्वानी। देश के पहले उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती मनाने की तैयारियां पूरी हो गई है। केंद्रीय संचार ब्यूरो नैनीताल ने सेंट लॉरेंस सीनियर सेकेंडरी स्कूल हल्द्वानी में गुरुवार को सरदार वल्लभ भाई पटेल के जीवन पर आधारित 2 दिवसीय चित्र प्रदर्शनी और जागरुकता अभियान की शुरुआत की। मुख्य अतिथि हल्द्वानी महापौर गजराज सिंह, कर्नल एसके जोशी, शिक्षाविद सुनील जोशी ने फीता काटकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।
सीबीसी नैनीताल की कलाकार शर्मिष्ठा बिष्ट का गाया और आनंद बिष्ट द्वारा संगीतबद्ध गीत ‘एकता का दीप जलायें हम सभी’ को भी लॉन्च किया गया।
कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ दीपा जोशी ने बताया कि कार्यक्रम में केंद्रीय सरकार की पिछले 11 साल की उपलब्धियों को भी शामिल किया गया है।
महापौर ने अपने भाषण में नशे के खिलाफ एकता दिखाने की अपील की। कारगिल युद्ध लड़ चुके सेवानिवृत कर्नल एसके जोशी ने बच्चों को याद दिलाया कि देश की एकता को बनाये रखना अब उनकी ज़िम्मेदारी है।
कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति नृत्य और चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
नृत्य प्रतियोगिता में कृष्ण राणा ने प्रथम, आराध्या रावत ने द्वितीय, और वंशिका बिश्नोई ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
चित्रकला प्रतियोगिता में श्रद्धा कश्मीरा ने प्रथम, प्राची ने द्वितीय, और संस्कृति पांडे को तृतीय स्थान मिला।
पर्वतीय उत्थान कला समिति ने रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रमों पेश किए।
स्वयं सहायता समूह की प्रदर्शनी
कार्यक्रम में श्री जी स्वयं सहायता समूह, पूर्णिमा स्वयं सहायता समूह, और अर्जित स्वयं सहायता समूह ने प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें ज्वार, मक्का, राजमा सहित स्थानीय दालों एवं उत्पादों को दिखाया गया। इसके अलावा हाथ से बनाये स्वेटर, जूट के बैग आदि की बिक्री से लगभग ₹5000 एकत्र किए गए।
कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय संचार ब्यूरो की श्रद्धा गुरूरानी ने किया। कार्यक्रम की नोडल अधिकारी शोभा चारक ने बताया कि कार्यक्रम का समापन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित करने के साथ किया जाएगा।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी नीरज भट्ट, क्षेत्रीय प्रचार सहायक दीपक शर्मा, सीबीसी के गोपेश बिष्ट, दीवान सिंह, सेंट लॉरेंस स्कूल की प्रधानाचार्य अनिता जोशी शामिल रहे।
