-संघ की पहचान है अनुशासन : पदम
हरिद्वार। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम उत्तर-प्रदेश, उत्त्तराखण्ड का संघ शिक्षा वर्ग(सामान्य) द्वितीय वर्ष के शिक्षार्थियों द्वारा पथ संचलन निकाला गया। रानीपुर भेल स्थित सेक्टर-2 सरस्वती विद्या मन्दिर से प्रारम्भ होकर भगत सिंह चौक, चंद्राचार्य चौक, शंकर आश्रम, आर्यनगर होते हुए ज्वालापुर रेलवे फाटक, रेलवे स्टेशन, सेंटमेरी स्कूल मार्ग से होता हुआ पुनः सरस्वती विद्या मंदिर पहुँचा।
इस दौरान जगह जगह शहरवासियों ने पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया। स्वागत के दौरान कई स्थानों पर डीजे लगाकर भक्ति गीत चलते रहे। लोगो का उत्साह देखते ही बन रहा था। देश भक्ति की धुन पर सैकड़ो स्वयंसेवकों का अनुशासन में पंक्तिवत तरीके से संगठित एक दिशा में चलना मनमोहक प्रतीत हो रहा था।
पथ संचलन के दौरान सड़क पर चल रही जनता ने भी स्वयंसेवकों का अभिवादन किया। इस अवसर पर क्षेत्र प्रचार प्रमुख व वर्ग पालक पदम जी ने कहा कि स्वयंसेवकों का अनुशासन ही संघ की पहचान है। अनुशासन जिसके नाम से संघ जाना जाता है। यह अनुशासन संघ के स्वयंसेवकों के जीवन व्यवहार में दिखना चाहिए। उन्होंने कहा कि संघ के प्रशिक्षण वर्ग में स्वयंसेवक ने क्या सीखा यह किसी को बताने की नही बल्कि अपने व्यवहार से जताने की आवश्यकता होती है।
इस मौके पर वर्ग सर्वाधिकारी दिनेश सेमवाल, वर्ग कार्यवाह विजय गोयल, वर्ग सर्वव्यवस्था प्रमुख अनिल गुप्ता, वर्ग बौद्धिक प्रमुख किशन चंद जी, मुख्य शिक्षिक त्रिवेंद्र जी, जिला सञ्चालक रोहिताश कुँवर, नगर सञ्चालक डॉ. यतीन्द्र नाग्यान, भेल नगर सञ्चालक वकील जी आदि मुख्य थे।