-आपदा की इस घड़ी में आइए हम हर आँसू को आशा में बदलें : स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद के धराली क्षेत्र में भारी वर्षा और भूस्खलन के कारण उत्पन्न भीषण आपदा में अनेक लोगों को जानमाल की क्षति हुई है। कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, आधारभूत संरचना को नुकसान पहुँचा है और जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश ने इस त्रासदी पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए आज की परमार्थ गंगा आरती पीड़ितों को संबल प्रदान करते हेतु समर्पित की।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने विदेश प्रवास से भेजे अपने संदेश में कहा कि उत्तरकाशी में घटी यह घटना हृदयविदारक है। यह पीड़ा केवल एक भौगोलिक आपदा नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र की संवेदना को झकझोरने वाली घटना है। हम सभी इस कठिन समय में एकजुट होकर पीड़ितों के साथ खड़े हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वे सभी प्रभावितों को संबल, धैर्य और शक्ति प्रदान करें।
स्वामी जी ने कहा कि पहाड़ों पर रहने वालों का जीवन स्वयं एक तप है। वे प्राकृतिक कठिनाइयों, सीमित संसाधनों और विषम परिस्थितियों के बीच भी निष्ठा, श्रम और सहिष्णुता से जीवन जीते हैं और आज जो उत्तरकाशी में हुआ वह प्रकृति का अपने विकराल रूप से एक प्रहार है। यह केवल एक प्राकृतिक आपदा नहीं, बल्कि पूरे समाज को पर्यावरणीय संतुलन की महत्ता का संकेत है। ऐसे समय में हमें सेवा, सहयोग और संवेदना के साथ मिलकर पीड़ितों के साथ खड़ा होना होगा।
आज परमार्थ निकेतन में संपन्न होने वाली सायंकालीन गंगा आरती उत्तरकाशी के सभी पीड़ितों की कुशलता, सुरक्षा और शीघ्र पुनर्निर्माण हेतु समर्पित की गई।
स्वामी जी ने इस अवसर पर राज्य सरकार, केंद्र सरकार, जिला प्रशासन, भारतीय सेना व अन्य राहत एजेंसियों के त्वरित और समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी, माननीय गृहमंत्री श्री अमित शाह जी और उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी जी के नेतृत्व व निगरानी में रहत व बचाव कार्य शीघ्रता से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह समय है जब शासन, संस्थाएँ, सेना और समाज हम सब मिलकर कार्य करें ताकि राहत और पुनर्वास के कार्य प्रभावी ढंग से आगे बढ़ सकें और प्रभावितों तक तुरंत राहत पहंुचे।
स्वामी जी ने देशभर के नागरिकों, संस्थाओं और संगठनों से आग्रह किया कि वे इस संकट की घड़ी में उत्तरकाशी के प्रभावितों के सहयोग हेतु आगे आए।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जनपद स्थित धराली क्षेत्र में हुई भीषण वर्षा और भूस्खलन के कारण अनेक लोगों की जानमाल को भारी क्षति पहुँची है। गाँवों के घरों, खेतों और बुनियादी ढाँचे को नुकसान पहुँचा है, जिससे स्थानीय जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हमारा यह विश्वास है कि पहाड़ की समस्याएँ पहाड़ जैसी बड़ी अवश्य होती हैं, पर जब हम सब साथ खड़े होते हैं, तो समाधान भी सामूहिक संकल्प से संभव होते हैं।
आइए, हम सब एकजुट होकर इस आपदा से बाहर निकलें। पीड़ितों के सहयोग, सेवा और पुनर्वास में अपना योगदान दें। संवेदना, समर्पण और संकल्प के साथ आगे बढ़ें। यही समय है एक परिवार की तरह साथ खड़े होने का, ताकि हर आँसू को आशा में बदला जा सके।

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