हरिद्वार ।एस.एम.जे.एन. पी.जी. कॉलेज के वार्षिक महोत्सव ‘उड़ान’ का जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह दीप जलाकर शुभारम्भ किया।
जिलाधिकारी ने विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति छात्र-छात्राओं के स्किल को निखारने का काम करेगी। उन्होंने विद्यार्थियों को मार्गदर्शित करते हुए कहा कि निश्चित तौर पर आप सभी विद्यार्थी इस मोड़ पर हैं कि ग्रेजुएशन के बाद या पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद कैरियर का विकल्प एक चौराहे के समान दिखाई देता है और सबसे जरूरी होता है यह तय करना कि आपको किस रास्ते में जाना है, केरियर रूपी मार्ग के चयन में अगर थोड़ी सी भी चूक होती है तो आगे का रास्ता बहुत मुश्किल हो सकता है। उन्होंने कहा कि अपने भविष्य के रास्त का चयन शान्त मन से, सोच समझकर व अपनी रूचि के अनुरूप चयन किया तो निश्चित तौर पर आपको आगे अच्छा सुनहरा रास्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि विद्या अध्ययन एवं शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों का निश्चित तौर पर कुछ न कुछ उद्देश्य अवश्य होता है और आप सभी का भी कुछ ना कुछ उद्देश्य एवं लक्ष्य अवश्य होगा। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में अपने पड़ोसियों, मित्रों, सहयोगियों में किसी से भी प्रभावित होकर के अपना लक्ष्य न बदलें तथा अपने लक्ष्य का चयन वही करें जो स्वयं को पसंद है, जो स्वयं बनना चाहते हैं और लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपना लक्ष्य हासिल करने के लिए अनुशासित रहते हुए पूरी तन्मयता व समयबद्धता से कड़ा परिश्रम करना पड़ेगा, तभी सफलता प्राप्त होगी। उन्होंने मार्गदर्शित करते हुए कहा कि किसी भी प्रतियोगिता में सबसे महत्वपूर्ण होता है प्रतियोगिता में हिस्सा लेना क्योंकि जो हिस्सा लेगा, वही सफल होगा, यदि असफल भी होता है तो कभी भी निगेटिविटी से जोड़कर नहीं देखना चाहिए बल्कि सकारात्मक सोच रखते हुए सोचना चाहिए कि असफलता भी एक अवसर होती है क्योंकि जब असफलतारूपी ठोकर लगती है तो आदमी और कड़ी मेहनत व लगन से आगे बढ़ता है।
उन्होंने सभी विद्यार्थियों को अपना स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करते हुए लक्ष्य हासिल करने के लिए सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने तथा अपने क्षेत्र में चैम्पियन एवं एक्सपर्ट बनने हेतु शुभकामनाएं दी।
इससे पूर्व कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा, छात्रा कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी व डॉ. नलिनी जैन, डॉ. मन मोहन गुप्ता, प्रो. तेजवीर सिंह तोमर, प्रो. जे.सी. आर्य, विनय थपलियाल, डॉ. सुषमा नयान आदि द्वारा सभी अतिथियों का माल्यार्पण व स्मृति-चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने सभी सम्मानित अतिथियों का स्वागत करते हुए कॉलेज की वार्षिक आख्या को उपस्थित अतिथियों के समक्ष प्रस्तुत किया तथा महाविद्यालय को निरन्तर प्रगति पथ पर अग्रसरित करने का संकल्प भी लिया। गुरू महिमा का गुणगान करते हुए प्राचार्य डॉ. बत्रा ने कहा कि कॉलेज प्रबन्ध समिति के पूज्य श्री महन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज का आशीर्वाद सदैव उनको मिलता रहा है। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा करीना मोटवानी, डिम्पल गोयल, अंजली यादव, कोमल सैनी, नीशू, भव्या भगत, हर्षिता भाटिया, सपना, शुभी कुर्ल, कामना त्यागी तथा कोमल बावेजा को वर्ष 2024 में अपनी-अपनी कक्षाओं में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने पर पुरस्कृत किया गया। कॉलेज की छात्रा कु. अपराजिता को राष्ट्रीय स्तर पर युवा महोत्सव में उत्तराखण्ड राज्य की ओर से प्रतिभाग करने पर पुरस्कृत किया गया ।
इस अवसर पर संस्कृत विश्व विद्यालय के कुलपति पंडित दिनेश चन्द्र शास्त्री, वाणिज्य विभाग के प्रो. तेजवीर सिंह तोमर, तृतीय श्रेणी कर्मचारी आलोक शर्मा, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुंवरपाल आदि को जिलाधिकारी प्रो. दिनेश चन्द्र शास्त्री, माननीय कुलपति तथा प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा द्वारा उत्कृष्ट कार्य हेतु सम्मानित किया गया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में पंजाबी नृत्य, राजस्थानी, गढ़वाली नृत्य में नंदा देवी की राजजात की भव्य प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया जिसमें अंशिका, आकांक्षा, वैष्णवी, श्रुति, टिया, कुणाल, आदि ने प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम का सफल संचालन छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी, रिया कश्यप, कशिश ठाकुर द्वारा संयुक्त रुप से किया।
इस अवसर पर डॉ. मन मोहन गुप्ता, प्रो. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डॉ. सुषमा नयाल, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. रेनू सिंह, डॉ. अनुरिषा, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डॉ. पुनीता शर्मा, डॉ. शिव कुमार चौहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, डॉ. पल्लवी राणा, श्रीमती रूचिता सक्सेना, डॉ. विनीता चौहान, डॉ. सरोज शर्मा, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनाचा, डॉ. गीता शाह, श्रीमती आस्था आनन्द, डॉ. रजनी सिंघल, डॉ. विजय शर्मा, वैभव बत्रा, डॉ. यादविन्दर सिंह, विनीत सक्सेना, कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द पाण्डेय, राजकुमार आदि उपस्थित थे।
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