-यात्रियों की निर्धारित संख्या के मुताबिक चारधाम रजिस्ट्रेशन पोर्टल को किया गया डिजाइन
देहरादून। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चारों धामों में केरिंग कैपेसिटी को ध्यान में रखते हुए रजिस्ट्रेशन हेतु एक निश्चित सीमा निर्धारित कर दी गई है, जिस के अनुरूप रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर सॉफ्टवेयर को डिजाइन कर दिया गया है। जिन तिथियों में निर्धारित सीमा तक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं उन पर और अधिक रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकता बल्कि दर्शनार्थियों को अगली उपलब्ध तिथियों पर रजिस्ट्रेशन करने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण करते समय श्रद्धालुगण उपलब्धता की जांच करने के बाद ही अपना टूर प्लान करें।
उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों पर यात्रियों की केरिंग कैपिसिटी को ध्यान में रखते हुए अपने रजिस्ट्रेशन पोर्टल के सॉफ्टवेयर को नए सिरे से डिजाइन किया है। इसके बाद एक निर्धारित सीमा से अधिक यात्रियों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया जा सकेगा।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि चारधाम यात्रा में यात्रियों के उपलब्ध सुविधाओं के मुताबिक रजिस्ट्रेशन की एक निश्चित सीमा निर्धारित की गई है। इसे देखते हुए रजिस्ट्रेशन पोर्टल में भी बदलाव किये गये हैं। पर्यटन सचिव ने कहा कि जिन तिथियों में निर्धारित सीमा तक रजिस्ट्रेशन हो चुका है उनके लिए कोशिश कर रहे तीर्थयात्रियों को अगली उपलब्ध तिथियों पर रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह दी जा रही है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण करते समय श्रद्धालु उपलब्धता की जांच करने के बाद ही अपना टूर प्लान करें। पिछले कुछ दिनों से देशभर में इस बात को लेकर भ्रांति फैली थी कि रजिस्ट्रेशन पोर्टल काम नहीं कर रहा। जबकि वास्तविकता यह है कि पोर्टल को एक सीमा से अधिक रजिस्ट्रेशन नहीं करने के अनुरूप डिजाइन किया गया है। पर्यटन विभाग ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि रजिस्ट्रेशन में किसी तरह की दिक्कत आने पर 0135 1364 पर संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।