हरिद्वार। सचिव उत्तराखण्ड शासन एवं रजिस्ट्रार जनरल समान नागरिका संहिता डॉ.वी. षणमुगम ने सीसीआर पहुॅचकर जनपद के रजिस्ट्रार तथा सब रजिस्ट्रारों के साथ यूसीसी के क्रियान्वयन से सम्बन्धित महत्वपूर्ण बैठक ली।
उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी रजिस्ट्रार तथ सब रजिस्ट्रार जनता के फैसिलिटेटर के तौर पर कार्य करना सुनिश्चित करें। यदि किसी बिन्दु पर किलेफिकेशन की आवश्यकता है तो आवेदन पत्र निरस्त करने के स्थान पर उस बिन्दु को स्पश्ट करा लिया जाये। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि किसी भी स्तर पर प्रमाण पत्र जारी करने या आवेदन पत्र निरस्त करने में कोई भी चूक न हो। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि रजिस्ट्रार तथा सब रजिस्ट्रार को आवेदन पत्र स्थानान्तरण करने आदि का विकल्प भी शीघ्र ही पोर्टल पर दिये जाने की दिशा में आईटीडीए द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि यूसीसी के महत्व एवं आवश्यकताओं के बारे में वृहद्ध स्तर पर जन-जागरूकता अभियान चलाये जायें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे ने निर्देशित करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता का सभी उप रजिस्ट्रार गहनता से अध्ययन कर लें ताकि प्रमाण पत्र जारी करने एवं आवेदन पत्र निरस्त करने में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में निर्धारित तिथि के बाद हुए विवाहित हुए कार्मिकों के पोर्टल पर पंजीकरण हेतु सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने-अपने कार्यालय में नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रार जनरल द्वारा बैठक में दिये गये दिशा-निर्देशों का शतप्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जायेगा।
ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अभिशेक चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में सामान नागरिक संहिता के अन्तर्गत 69 सब रजिस्ट्रार, 12 रजिस्ट्रार कार्यरत हैं। इस दौरान बैठक में उपस्थित रजिस्ट्रार तथ सब रजिस्ट्रार द्वारा यूसीसी के और अधिक बेहतर क्रियान्वयन हेतु महत्वपूर्ण सुझाव दिये।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह, नगर आयुक्त रूड़की राकेश तिवारी, जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश भदौरिया, ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर अभिशेक चौहान सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
