हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कैम्प कार्यालय में जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि हरिद्वार को साफ-सुथरा रखने व शहर में आंतरिक मोटर मार्गो पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें।
बैठक में नमामि गंगे पोर्टल पर प्रत्येक बैठक के मुख्य बिन्दु अपलोड करना, नमामि गंगे परियोजना के तहत वन विभाग द्वारा 05 लाख पौधों का रोपण, नालियों में पानी का निकास न होना, गंगा घाटो एवं नालों पर हुए अवैध रूप से अतिक्रमण हटाये जाने, फ्लड प्लेन चिन्हिकरण एवं रिवर बैंड अतिक्रमण के सम्बंध में, गंगा नदी घाट/पुलों पर से कूड़ा गंदगी एवं पूजा सामग्री डाले जाने, खण्डित मूर्तियों को गंगा व अन्य नदी में विसर्जन करने आदि के सम्बंध में चर्चा की गई।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि बैठक के बिन्दुओं को प्रति सप्ताह अपलोड करने तथा नदी एवं नालों पर लगे कैमरों की आई.डी.पासवर्ड सदस्यों को देने के लिए निर्देशित किया गया। अवैध अतिक्रमण पर उन्होंने अवगत कराया कि प्रशासन द्वारा कड़ी कार्यवाही की जा रही है।
इस अवसर पर एडीएम प्रशासन बीर सिंह बुदियाल, उप जिलाधिकारी पूरन सिंह राणा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 कुमार खगेन्द्र, सचिव रेडक्रास नरेश चौधरी, उप वन संरक्षक मयंक शेखर झा, एमएनए दया नंद सरस्वती, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सुरेश सिंह यादव, नमामि गंगे एनजीओ शिखर पालीवालअधिशासी अभियंता सिचाई मंजू डैनी, ए.ई.पी डब्लूडी ऋषि वर्मा, स्वामी विवेकानंद जनहित ट्रस्ट हिमांशु सरीन, गंगा प्रहरी, जिला गंगा संरक्षण समिति सदस्य मनोज निषाद तथा सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।