हरिद्वार। सिटी मजिस्ट्रेट ने शराब की दो दुकानों पर छापा मारा तो ओवर रेट वसूलने की शिकायत सही पाई गई। सिटी मजिस्ट्रेट के सवालों का शराब की दुकान पर कार्यरत कर्मचारी जवाब नहीं दे सके। सिटी मजिस्ट्रेट ने इस संबंध में रिपोर्ट जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को सौंप दी है।
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर सिटी मजिस्ट्रेट अवधेश कुमार सिंह सबसे पहले लक्सर मार्ग पर स्लैज फार्म की अंग्रेजी शराब की दुकान पर ग्राहक बनकर पहुंचे। मास्क लगाए हुए सिटी मजिस्ट्रेट ने एक ब्रांड की शराब की बोतल मांगी। सेल्समैन ने उनसे 1040 रुपये वसूल किए जबकि बोतल की सही कीमत 1030 रुपये थी। जब सिटी मजिस्ट्रेट ने अपना परिचय देते हुए ओवररेट वसूलने की बात सेल्समैन से पूछी तो वह सकपका गया। उससे कोई जवाब देते न बना। सिटी मजिस्ट्रेट ने सेल्समैन को फटकार लगाई, जिसके बाद वह वहां से सीधे ज्वालापुर में हाईवे पर स्थित ठेके पर पहुंचे। यहां उन्होंने दूसरे ब्रांड की बोतल मांगी, जिस पर कीमत 790 रुपये थी और उनसे 1030 रुपए वसूले गए। दंग रह गए सिटी मजिस्ट्रेट ने सेल्समैन को फटकार लगाई। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि ओवररेट वसूलने की शिकायत मिल रही थी, इसलिए छापा मारा गया। इस संबंध में रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी को भेजी गई है, अग्रिम कार्रवाई जिलाधिकारी के स्तर से ही होगी।