देहरादून। पूर्व डीजीपी बीएस सिद्धू समेत आठ के खिलाफ राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन पर रिजर्व फॉरेस्ट की जमीन कब्जाने और पेड़ कटवाने के गंभीर आरोप है। डीएफओ मसूरी आशुतोष की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया। शासन से मंजूरी के बाद उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। सिद्धू ने वर्ष 2012 में मसूरी वन प्रभाग में वीरगिरवाली गांव में 1.5 हेक्टेयर जमीन खरीदी। इस जमीन से मार्च 2013 में साल के 250 पेड़ काट लिए गए। सूचना मिलने पर वन विभाग ने इसकी जांच कराई तो पता चला कि संबंधित पेड़ जिस जमीन पर हैं वह रिजर्व फॉरेस्ट है।
सिद्धू ने अवैध तरीके से जमीन खरीदी। साल के पेड़ भी काट दिए। इस मामले में वन विभाग ने उनके खिलाफ जुर्म काटा था। बाद में जमीन की सिद्धू के नाम की गई रजिस्ट्री भी कैंसिल की गई। इस मामले में कुछ समय पूर्व ही वन विभाग ने सिद्धू पर रिजर्व फारेस्ट में जमीन कब्जाने और पेड़ कटान के आरोप में आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज करवाने की अनुमति शासन से मांगी थी।

जिन आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ उनमें बीएस सिद्वु पूर्व पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड पुत्र जगदेव सिंह, निवासी 11 उषा कालोनी, सहस्त्रधारा रोड, थाना राजपुर महेन्द्र सिह, एचयूएफ निवासी 11 उषा कालोनी, सहस्त्रधारा रोड, थाना राजपुर, नत्थूराम पुत्र महकूमल निवासी 61 डिस्पेन्सरी रोड, काशीराम क्वार्टर, थाना कोतवाली नगर दून हाल निवासी रोहटा रसूलपुर, तहसील सदर थाना सरूरपुर, जनपद मरेठ, दीपक शर्मा पुत्र एमपी शर्मा, निवासी 06 जेल चुंगी विक्टोरिया पार्क, मेरठ उत्तर प्रदेश, स्मिता दीक्षित निवासी 227 आरए बाजार तोपखाना, थाना लालकुर्ती, मेरठ,उत्तर प्रदेश, सुभाष शर्मा पुत्र खुशीरा शर्मा, निवासी सी-20 लोहियानगर, गाजियाबाद उत्तर प्रदेश, श्रीकृष्ण पुत्र लाल सिह, निवासी शिवपुरम, मेरठ, उत्तर प्रदेश व शुजाउद्दीन, तत्कालीन तहसीलदार, तहसील सदर देहरादून शामिल हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *