हरिद्वार। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली (आईसीबी) के तहत, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) ने यमुनानगर, हरियाणा में ईपीसी आधार पर 800 मेगावाट का अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने का ऑर्डर एचपीजीसीएल (हरियाणा पावर जेनरेशन कॉर्पोरेशन लिमिटेड) से जीता है।
विशेष रूप से, 1×800 मेगावाट दीनबंधु छोटू राम थर्मल पावर प्लांट (DCRTPP) हरियाणा की पहली अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल प्रौद्योगिकी-आधारित बिजली परियोजना होगी । चालू होने पर, यह संयंत्र, राज्य में मौजूदा सबक्रिटिकल इकाइयों की तुलना में अधिक कुशल पैरामीटर से काम करेगा और कम कोयले की खपत करेगा। प्रस्तावित 800 मेगावाट इकाई मौजूदा 2×300 मेगावाट इकाइयों के निकट स्थापित की जाएगी, जो वर्तमान में यमुनानगर में चालू है ।
बीएचईएल ने हरियाणा में 3,000 मेगावाट से अधिक की केंद्रीय और राज्य थर्मल यूटिलिटी परियोजनाओं को सफलतापूर्वक निष्पादित किया है, और 1974 से राज्य के बिजली विकास कार्यक्रम से जुड़ा हुआ है ।
बीएचईएल इस परियोजना में विद्युत और नियंत्रण उपकरण कार्यों के साथ-साथ स्टीम जनरेटर, टरबाइन और संबंधित सहायक उपकरणों के डिजाइन, इंजीनियरिंग, विनिर्माण, आपूर्ति, निर्माण, परीक्षण और कमीशनिंग का कार्य करेगा । इस पावर प्लांट में नवीनतम तकनीक पर आधारित अत्याधुनिक उत्सर्जन नियंत्रण उपकरण भी लगाए जाएंगे।
परियोजना के लिए मुख्य उपकरणों की आपूर्ति बीएचईएल की हरिद्वार, त्रिची, बेंगलुरु, हैदराबाद, भोपाल और रानीपेट विनिर्माण इकाइयों द्वारा की जाएगी, और साइट पर निष्पादन, कंपनी के पावर सेक्टर – उत्तरी क्षेत्र द्वारा किया जाएगा।
देश में स्थापित 1,34,000+ मेगावाट के थर्मल पावर प्लांटों के अपने विशाल पोर्टफोलियो के साथ, बीएचईएल, थर्मल यूटिलिटी परियोजनाओं में मार्किट लीडर है और साथ ही जीवनकाल बढ़ाने और दक्षता और विश्वसनीयता को उन्नत करने के लिए पुराने सेटों के आर एंड एम के क्षेत्र में भी अग्रणी है ।
अब तक, बीएचईएल ने देश में 66 सुपरक्रिटिकल स्टीम जेनरेटर (एसजी) और 61 सुपरक्रिटिकल टर्बाइन जेनरेटर (टीजी) के आर्डर प्राप्त किये है, जिनमें से 32 एसजी और 24 टीजी चालू किये जा चुके हैं और सफलतापूर्वक काम कर रहे हैं ।