हरिद्वार।मातृ सदन ने खानपुर के विधायक उमेश कुमार पर अत्यंत गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि हरिद्वार में अवैध खनन का पूरा रैकेट उनके संरक्षण में फल-फूल रहा है और वह माननीय उच्च न्यायालय के आदेशों को खुलेआम ठेंगा दिखा रहे हैं।
मातृ सदन के साधक ब्रह्मचारी सुधानंद ने कहा कि—
“विश्वसनीय स्रोतों से यह तथ्य पुख्ता हुआ है कि हरिद्वार में चल रहा अवैध खनन बिना विधायक उमेश कुमार की सीधी शह के संभव ही नहीं है। वह जनप्रतिनिधि कम, खनन माफियाओं के संरक्षक अधिक दिखाई दे रहे हैं।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार वानिया स्टोन क्रेशर, जिसके सह-मालिक बताए जा रहे प्रवीण साहनी (विधायक के भांजे) और पूर्व प्रधान साधुराम, बड़े पैमाने पर अवैध खनन में लगे हैं। कई पोकलैण्ड मशीनों द्वारा रात-दिन अवैध खुदाई की पुष्टि भी हुई है।
मातृ सदन ने आरोप लगाया कि—
“विधायक उमेश कुमार ‘मुख्यमंत्री की आड़’ में शासन-प्रशासन को धमकाकर कानून को कुचलने का काम कर रहे हैं। यह न सिर्फ सत्ता का दुरुपयोग है, बल्कि न्यायालय, संविधान और जनता—तीनों का अपमान है।”
संस्था ने स्पष्ट और खुली चेतावनी दी है:
“यदि अवैध खनन तुरंत नहीं रुका और हाईकोर्ट आदेशों का पालन नहीं किया गया, तो मातृ सदन विधायक के खिलाफ सीधी हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दायर करेगा। और इस बार सारी काली कमाई और काले कारनामे अदालत में उजागर किए जाएँगे।”
मातृ सदन ने कहा कि वह किसी भी राजनीतिक दबाव के आगे झुकने वाली संस्था नहीं है।
“विधायक चाहे जितनी ताकत लगा लें, कानून और प्रकृति को नष्ट करने की कीमत उन्हें चुकानी पड़ेगी।”
संस्था ने दोहराया कि जनहित, पर्यावरण संरक्षण और न्यायालय की प्रतिष्ठा को बचाने के लिए मातृ सदन किसी भी हद तक जाने को तैयार है।
