मुख्य सचिव आनंद बर्धन की अध्यक्षता में सचिव समन्वय तथा जनपद से संबंधित मुद्दों के समाधान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई।
बैठक में प्रदेश के विकास से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर व्यापक विचार- विमर्श किया गया तथा जनपदों से संबंधित विकास कार्यों से जुड़े विभिन्न मुद्दों के समाधान के संबंध में मुख्य सचिव द्वारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया।
मुख्य सचिव ने सभी जनपदों को निर्देशित किया कि आवारा डॉग के समुचित प्रबंधन के संबंध में दिए गए निर्देशों का अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने हेलीपैड के संबंध में निर्देशित किया जहां – जहां उसके कॉर्डिनेट में भिन्नता आ रही है तो उसका मौका मुआयना करते हुए उसके एक्चुअल मेजरमेंट के अनुसार रिपोर्ट प्रेषित करें।
मुख्य सचिव ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने तथा इसके सुधारीकरण के संबंध में निर्देशित किया कि यदि कहीं पर इस संबंध में कोई इशू हो तो इसका प्रस्ताव प्रेषित करें तथा एक बार ऐसे सड़क मार्गों का मौका मुआयना करते हुए रिपोर्ट प्रस्तुत करें जहां पर सड़क सुधारीकरण के संबंध में कोई इशू है।
उन्होंने कहा कि जेसीबी संचालकों के आपदा प्रबंधन से संबंधित यदि किसी जनपद में कोई भुगतान अवशेष है तो उसका तुरंत भुगतान करना सुनिश्चित करें तथा यदि धनराशि उपलब्ध नहीं है तो इसका आपदा प्रबंधन को प्रस्ताव प्रेषित करें।
मुख्य सचिव ने स्वास्थ्य सेवाओं के इंप्रूवमेंट के संबंध में निर्देशित किया कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुधारीकरण से संबंधित जो भी प्रस्ताव हों उसको शासन को प्रेषित करें।
उन्होंने कहा कि पार्किंग को बेहतर बनाने से संबंधित यदि शासन से कोई इंटरवेंशन की आवश्यकता हो तो तत्काल सूचित करें तथा इस संबंध में प्रगति को तेज करना सुनिश्चित करें।
मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री घोषणाओं के संबंध में कहा कि उन घोषणाओं की व्यावहारिकता का परीक्षण जरूर किया जाए, साथ ही घोषणाओं को पूरा करने के लिए यदि विभाग के पास बजट की उपलब्धता है तो पहले उसका सदुपयोग करें तथा यदि अतिरिक्त डिमांड की जरूरत पड़ती है तो ही प्रस्ताव बनाएं।
इस दौरान प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, एल एल फैनई व आर मीनाक्षी सुंदरम, विशेष प्रमुख सचिव रंजीत सिन्हा सहित विभिन्न सचिव, आयुक्त कुमाऊं मंडल तथा जनपद से संबंधित जिलाधिकारी व जिला स्तरीय अधिकारी वर्चुअल माध्यम से बैठक में उपस्थित थे।
