हरिद्वार। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक परमेन्द्र डोबाल के निर्देशन, नगर पुलिस अधीक्षक पंकज गैरोला, अपर जिलाधिकारी फिंचाराम के मुख्य संयोजन एवं इंडियन रेडक्रास सचिव/बीईजी आर्मी तैराक दल के नोडल अधिकारी डॉ. नरेश चौधरी के संयोजन में बीईजी आर्मी तैराक दलों ने सम्पूर्ण कांवड़ मेला अवधि में हरकी पैड़ी के आसपास के घाटों तथा सलोनी नदी के पुल के आसपास के क्षेत्रों में 129 शिवभक्त कांवड़ियों को गंगा मे डूबने से बचाकर समर्पित जन सेवा कर उत्कृष्ठ कार्य किया जिसकी जगह-जगह सराहना हो रही है। बीईजी आर्मी के कमान्डेंट बिग्रेडियर केपी सिंह, कर्नल अभिषेक पोखरियाल, ले. कर्नल विवेक सिंह, मेजर एलपी कम्बोज के नेतृत्व में सूबेदार, लखबीर सिंह, नायब सूबेदार, कुलविन्दर सिंह, हवलदार तन्मय कुमार परिजा, हवलदार अनिल कुमार, बिलाल शेख, राजेश कुमार, ललित सिंह, लांस हवलदार सोमनाथ गौरई, प्रमोद चन्द्र भट्ट, अनिल कुमार , नायक गुरुसेवक सिंह, सैपर श्रीजीत एसपी, प्रीत जैना, सुरेन्द्र सिंह, प्रमोद सिंह द्वारा अपनी आर्मी बोट एवं सभी संशाधनों से युक्त होकर सम्पूर्ण कांवड़ मेला अवथि में सभी संवेदनशील गंगा घाटों पर मुस्तैद होकर रात-दिन निगरानी रखते हुए शिवभक्त कांवड़ियों/श्रद्धालुओं की गंगा में डूबने से बचाकर सुरक्षा की। साथ ही साथ इंडियन रेड़क्रॉस के तत्वाधान में शिवभक्त कांवड़ियों को गंगा की गहराई में स्नान नहीं करने तथा पुलों से नहीं कूदने के लिए जन जागरूकता भी माइकिंग करते हुए की गयी जिससे इस प्रकार की घटनाओं में कमी भी आयी। जिसके लिए बीईजी आर्मी के सभी सैनिकों एवं इंडियन रेड़क्रास की शिवभक्त कांवड़ियों एवं जन समाज एवं जिला प्रशासन द्वारा मुक्त कंठ से सराहना की जा रही है। इंडियन रेडक्रास सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने कहा कि इस वर्ष जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की विशेष पहल पर अत्यधिक भीड़ होने के उपरान्त रास्ता बन्द होने की स्थिति में घायलों को जरूरत पड़ने पर इंडियन रेडक्रास द्वारा प्राथमिक उपचार के उपरान्त बीईजी मोटर बोट द्वारा तुरन्त बिरला घाट तक पहुंचाया जा सके तथा बिरलाघाट पर अस्थायी चिकित्सा शिविर में स्थित एम्बुलेंस के माध्यम से बिना समय गवायें जिला चिकित्सालय में पहुंचाने की व्यवस्था की गयी, परन्तु शिव भोले एवं गंगा मां के आर्शीवाद से इस प्रकार की आवश्यकता नहीं पड़ी।
डॉ. नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि कांवड़ मेला 2025 में जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ के अतिरिक्त बीईजी आर्मी तैराक दलों ने 129 शिवभक्त कांवड़ियों की गंगा में डूबने से बहुमूल्य जीवन बचाया तथा उनको प्राथमिक उपचार के बाद गंतव्य स्थानों में प्रस्थान कराने में सक्रिय सहभागिता की तथा सेना द्वारा सीमाओं पर रक्षा के समान ही जो उत्कृष्ठ समर्पित सेवा कांवड़ मेले में की गयी वह अतुलनीय है।

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