हरिद्वार। जिलाधिकारी कमेन्द्र सिंह ने निर्देशानुसार सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौैहान ने 10ः05 बजे कार्यालय उप निबन्धक प्रथम में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान उप निबन्ध प्रथम तथा दो निबन्धन लिपिक अनुपस्थित मिले, जबकि कार्यालय उप निबन्धक द्वितीय में छापेमारी के दौरान उप निबन्धक द्वितीय व निबन्धन लिपिक अनुपस्थित पाये गये। जिला निबन्धक कार्यालय में छापेमारी के दौरान सीआरसी अनुपस्थित मिली। कार्यालय अधिशासी अभियंता सिंचाई खण्ड हरिद्वार में प्रातः 10ः31 बजे सिटी मजिस्ट्रेट द्वारा की गई छापेमारी के दौरान अधिशासी अभियंता सिंचाई, सहायक अभियन्ता प्रथम, सहायक अभियन्ता द्वितीय, सहायक अभियन्ता तृतीय, सहायक अभियन्ता चतुर्थ, सहायक अभियन्ता पंचम सहित 4 अवर अभियन्ता, 2 प्रशासनिक अधिकारी, एक प्रधान सहायक, 2 अनुसेवक तथा एक बेलदार अर्थात कार्यालय अधिशासी अभियंता सिंचाई खण्ड हरिद्वार में अधिशासी अभियन्ता सहित कुल 16 कार्मिक अनुपस्थित मिले।
उप जिलाधिकारी लक्सर गोपाल सिंह चौहान द्वारा खण्ड विकास अधिकारी कार्यालय में की गई छापेमारी के दौरान सहायक कृषि अधिकारी वर्ग-1, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, प्रधान सहायक सहित कुल 10 कार्मिक अनुपस्थित मिले, तहसील कार्यालय रूड़की में कराई गई छापेमारी के दौरान सभी कार्मिक उपस्थित मिले।
जिलाधिकारी ने अनुपस्थित अधिकारियों तथा कर्मचारियों का वेतन रोकने तथा स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने जनपद में तैनात सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के लिए आदेश दिये कि कोई भी अधिकारी एवं कर्मचारी अवकाश स्वीकृत कराये बिना कार्यालय से अनुपस्थित नहीं रहेगा। जनता के कार्यालय पहुॅचने से पहले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्धारित समय पर कार्यालय पहुॅचना होगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों की कार्यालय में उपस्थिति सुनिश्चित किये जाने हेतु भविष्य में भी समय-समय पर औचक निरीक्षण किया जायेगा तथा अनुपस्थित पाये जाने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
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[3:31 pm, 7/10/2024] Jila Suchan Adhikari Haridwar: प्रेस विज्ञप्ति
हरिद्वार 07 अक्टूबर 2024 ।
प्रदेश के आवास मंत्री डॉ. प्रेम चन्द अग्रवाल ने विधान सभा स्थित सभागार कक्ष में हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण की समीक्षा बैठक की।
शहरी विकास मंत्री ने एकल आवासीय तथा गैर एकल आवासीय मानचित्रों की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि आवासीय मानचित्रों को 15 दिन के भीतर तथा व्यवसायिक मानचित्रों को 30 दिन में पास किया जाए। उन्होंने कहा कि जिन मानचित्रों में कमियां पाई जाती हैं उन मानचित्रों पर बार-बार आपत्ति न लगाते हुए केवल एक बार ही आपत्ति लगाकर उसका निष्तारण कर लिया जाए तथा मानचित्रों को निरस्त करने के कारणों का स्पष्टता से उल्लेख किया जाए।
मंत्री ने अवस्थापना के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि एचआरडीए द्वारा अवस्थापना मद में अनेक कार्य किये जा रहे हैं जिनमें से कई कार्य पूर्ण हो चूके हैं तथा शेष कार्य आगामी कुछ दिनों में एचआरडीए द्वारा पूर्ण कर लिये जायेंगे। उन्होंने एचआरडीए द्वारा किये जा रहे कार्यों जैसे पार्किंग निर्माण, जल निकासी के कार्य, बाल सुधार गृह का नवीनीकरण, कुष्ठ रोगियों के लिए निवास स्थान का निर्माण तथा तहसील कॉम्पलैक्स का निर्माण कार्य आदि के बारे में अधिकारियों से विस्तृत चर्चा की तथा शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये।
मंत्री ने अनधिकृत कॉलोनियों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि ड्रोन के माध्यम से भी अनधिकृत कॉलोनियों पर नजर रखी जा रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि पूर्व में विकसित अनधिकृत कॉलोनियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए तथा इस तरह की अनधिकृत कॉलोनियों का निर्माण न हो सके इसके लिए विभाग द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएं।
शहरी विकास मंत्री ने एचआरडीए द्वारा किये जा रहे पार्कों के निर्माण की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि इन पार्कों का नवीनीकरण किया जा रहा है जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं जैसे जिम तथा बच्चों को खेलने के लिए पर्याप्त स्थान प्राप्त होगा।
मंत्री ने एचआरडीए द्वारा निर्मित प्लॉटों की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि एचआरडीए द्वारा निर्मित प्लॉट विभाग की सम्पत्ति है जिनको जल्द से जल्द विक्रित करने हेतु विभाग द्वारा आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में एचआरडीए द्वारा किये जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता में और अधिक सुधार आयेगा। उन्होंने कहा कि हमारा सदैव प्रयास रहा है कि जनता के लिए किये जाने वाले विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए।
इस अवसर पर बैठक में उपाध्यक्ष, एचआरडीए, अंशुल, सचिव, एचआरडीए, उत्तम सिंह चौहान, ई.ई., एचआरडीए, टी.पी. नौटियाल एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।