हरिद्वार। तीर्थ नगरी हरिद्वार में प्रस्तावित कॉरिडोर योजना के विरोध में व्यापारियों की महापंचायत अपर रोड स्थित सूरजमल धर्मशाला में आयोजित की गई। महापंचायत में व्यापारियों और नेताओं ने एक स्वर में कॉरिडोर का पुरजोर विरोध किया। व्यापार मंडल द्वारा आयोजित महापंचायत में वक्ताओं ने कहा कि हरिद्वार एक पौराणिक शहर है, इसका प्राचीन स्वरूप इसकी पहचान है, हम इसे उजड़ने नहीं देंगे। व्यापारी नेताओं ने कहा कि यह कोई राजनीतिक लड़ाई नहीं है। यह हरिद्वार की जनता की लड़ाई है। इसमें सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाना चाहिए और उन्हें आना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि हरिद्वार गंगा और पहाड़ियों के बीच बसा हुआ पौराणिक नगर है, जिसमें बहुत ज्यादा स्थान की गुंजाइश नहीं है। कॉरिडोर के नाम पर सरकार द्वारा सड़क के दोनों और भूमि अधिग्रहण करने से कई व्यापारियों के प्रतिष्ठान ही समाप्त हो जाएंगे और कई प्राचीन भवन भी इसकी जद में आ जाएंगे। ऐसे कई कारणों से कॉरिडोर के विरुद्ध सभी व्यापारी एकजुट है। सभा के अंत में सरकार से कहा गया कि प्रस्तावित कॉरिडोर योजना सरकार वापस ले। अन्यथा व्यापारी आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। इस दौरान व्यापारियों की महापंचायत में हरिद्वार के सैकड़ो व्यापारियों ने एकजुट उपस्थित होकर कॉरिडोर के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आवाज बुलंद की व्यापारिक जनसभा को व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष सुरेश गुलाटी, महामंत्री संजीव नैयर, प्रदीप चौधरी, डॉक्टर संजय पालीवाल, मुरली मनोहर, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, कैलाश केसवानी, राजीव पराशर, राम अरोड़ा, आशुतोष शर्मा, विजय शर्मा, कमल बृजवासी, अमन शर्मा, अनिरुद्ध भाटी, अमन गर्ग, अनिल गिरी, तेज प्रकाश साहू आदि अन्य व्यापारियों ने भी संबोधित किया।