पिथौरागढ। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों के साथ आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विभाग की समीक्षा की गई। वीसी में संबंधित जनपदों के जिलाधिकारियों द्वारा मानसून काल में अपने जनपद में हुए आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास से जुड़े कार्यों का विवरण मुख्यमंत्री को दिया गया।
जिस पर सूबे के मुख्यमंत्री द्वारा सभी जनपदों में आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास से संबंधित कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई तथा श्री धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड विनोद कुमार सुमन एवं समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिए की वह आपदा अधिनियम में हुए संशोधनों का विस्तृत अध्ययन कर उक्त संशोधनों के अनुरूप आपदा प्रबंधन का कार्य करना सुनिश्चित करें तथा माह सितंबर में भी सभी अलर्ट मोड पर रहे। आपदा होने पर तत्काल सचिव आपदा से संपर्क कर पुनर्निर्माण का कार्य तत्काल शुरू करना सुनिश्चित करें मुख्यमंत्री द्वारा यह भी निर्देश दिए गए की भूस्खलन की चेतावनी प्रणाली को मजबूत करने के लिए आधुनिक तकनीकी का अधिक से अधिक प्रयोग करें जिसमें रियल टाइम सेंसर ,ड्रोन, सॉइल टेस्टिंग आदि शामिल हो। नए निर्माण में जल निकासी हेतु सुव्यवस्थित प्रणाली हो। श्री धामी ने जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी को आदि कैलाश में रोड कनेक्टिविटी सुचारू रूप से बनाए रखने के दिशा निर्देश दिए।
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर जिलाधिकारी रीना जोशी द्वारा जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री द्वारा दिए सभी निर्देशों को अमल में लाते हुए आपदा प्रबंधन एवं पुनर्निर्माण का कार्य करना सुनिश्चित करें।
वीसी में सचिव आपदा प्रबंधन उत्तराखंड विनोद कुमार सुमन,जिलाधिकारी पिथौरागढ़ रीना जोशी, मुख्य विकास अधिकारी पिथौरागढ़ नंदन कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी आशुतोष सिंह,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी भूपेंद्र महर, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका राजदेव जायसी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।