ऋषिकेश। अमृतसर के प्रसिद्ध सत्यनारायण मंदिर लाहौरी गेट के सामने श्री गीता आश्रम ऋषिकेश के संस्थापक ब्रह्मलीन सदगुरुदेव स्वामी वेदव्यास आनंद सरस्वती जी का पवन जन्म दिवस बड़ी श्रद्धा भक्तिपूर्वक यहां के भक्तों के द्वारा मनाया गया।    इस अवसर पर मंदिर में गीता जी के 18 अध्याय का पाठ वैदिक हवन भजन संकीर्तन पूजन के कार्यक्रम संपन्न हुए। निष्काम सेवा मिशन के प्रमुख विजय महाजन जी निश्चल जी एवं उनके सहयोगियों के द्वारा बहुत ही सुंदर धार्मिक भजन एवं मां की भेंटें प्रस्तुत की गई। गीता आश्रम ऋषिकेश से आए हुए भानुमित्र शर्मा संपादक गीता संदेश ने इस अवसर पर कहा कि पूज्य गुरुदेव का अमृतसर से विशेष संबंध रहा है और वह प्रतिवर्ष स्वयं यहां आकर अपना जन्मदिवस विशाल कार्यक्रम के रूप में यहां पर मनाते रहे हैं। आज भी वही परंपरा यहां के भक्तों के द्वारा चलाई जा रही है। गुरुदेव का जीवन गीता के उपदेशों पर आधारित था। वह गीता के महान प्रचारक थे और गीता आश्रम ऋषिकेश के माध्यम से आज भी उनके द्वारा संचालित कार्यक्रमों का क्रियान्वयन किया जा रहा है। कार्यक्रम के संयोजक श्रीमती सुधा महाजन के सहयोग से यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। विशेष भाग लेने वाले भक्तों ने राजनरेश शर्मा सुरेंद्र महाजन प्रेमलता पंडित बलदेव जी ज्ञानचंद शास्त्री श्रीमती कविता पप्पू सहगल अश्विनी शर्मा श्याम महाजन दया मित्र बिना वर्मा पूनम पदमा खन्ना बलदेव महाजन बड़ी संख्या में नगर के भक्तों ने भाग लिया। कार्यक्रम के उपरांत ब्रह्म भोज एवं भंडारा कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 

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