रुड़की। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रुड़की सेवा केंद्र पर नशामुक्ति दिवस के उपलक्ष्य में “नशा मुक्त भारत अभियान” विषयक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें सभी ने नशा मुक्ति की शपथ ली और कुछ भाई बहनों ने ब्रह्माकुमारीज के मिडिया विंग द्वारा आयोजित मीडिया कांफ्रेंस के अनुभव भी साझा किए।
मुख्य अतिथि के रूप में रेलवे स्टेशन रुड़की के अधीक्षक अरुण ने कहा कि राजयोग के अभ्यास के साथ ही सात्विक खानपान व संयमित दिनचर्या से जहां जीवन सहज व सुगम बन सकता है ,वही नशा छोड़ने से विभिन्न बीमारियों से भी छुटकारा मिल सकता है। उन्होंने नशा मुक्त अभियान के उद्देश्य एवं लक्ष्य पर प्रकाश डाला। रुड़की सेवा केंद्र प्रभारी बीके गीता ने कहा कि राजयोगी बनने व दिनचर्या में सुधार लाने से नशा मुक्त होने का 97 प्रतिशत सार्थक परिणाम रहा है। नशा मुक्त अभियान की सेवाएं देशभर के 7050 जिलों में चल रही हैं। वही संस्था द्वारा स्कूल, कॉलेजों, यूनिवर्सिटी में 15 लाख लोगों को नशा मुक्त होने के लिए शिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि छोटे बच्चों को भी इस प्रकार की शिक्षा दी जाए तो वो अपने घरों में, आस-पास सबको सावधान कर समझाएंगे तो उनकी बातों से भी असर होगा। बच्चों के माध्यम से भी नशा मुक्त अभियान चलाया जा सकता है। इस अवसर पर बीके रजनी ने कहा कि नशा मुक्ति अभियान तभी सफल हो सकता है, जब हम नशा मुक्त रहे और दूसरों को प्रेरित करे। कार्यक्रम में डाक विभाग के प्रवर अधीक्षक रहे अरविंद भारद्वाज, सविता भारद्वाज व प्रदीप यादव ने मीडिया कांफ्रेंस माउंट आबू के अपने अनुभव सुनाये। इस अवसर पर सपना, प्रियंका, प्रिया चौधरी, शिवकुमार, लक्ष्मण सिंह, अनिल कुमार, बीके कृष्ण छाबड़ा, श्रीगोपाल नारसन, रेखा, अमरेश आदि शामिल रहे।