-सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम ने यमुनोत्री क्षेत्र का भ्रमण कर यात्रा व्यवस्था का लिया जायजा
उत्तरकाशी। सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम ने यमुनोत्री क्षेत्र का भ्रमण कर यात्रा व्यवस्था का जायजा लेने के साथ ही यात्रा से जुड़े विभिन्न हितधारकों के साथ यात्रा एवं यमुनोत्री क्षेत्र के विकास के बारे में विचार-विमर्श किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यमुनोत्री के लिए मास्टर प्लान बनाकर धाम में सुविधाओं के विकास के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे। श्री सुंदरम ने कहा कि धामों में अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बिना पंजीकरण के यात्रा पर आने वाले लोगों को सख्ती से रोका जाएगा जाम की समस्या को रोकने के लिए यात्रा मार्गों पर बड़ी बसों के आवागमन को हतोत्साहित किया जाएगा। सचिव मुख्यमंत्री आर.मीनाक्षी सुंदरम यात्रा व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण के लिए गत दिन से जिले के भ्रमण पर हैं। श्री सुंदरम ने आज जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी के साथ यमुनोत्री धाम व आस-पास के क्षेत्रों व यात्रा मार्ग का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ ही खरसाली एवं जानकीचट्टी में यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सचिव मुख्यमंत्री ने जानकीचट्टी में मंदिर समिति के पदाधिकारियों, तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय जन-प्रतिनिधियों व यात्रा व्यवस्था से जुड़े लोगों के साथ बैठक कर यात्रा के बारे में फीडबैक लेने के साथ ही यमुनोत्री धाम क्षेत्र के विकास के बावत विस्तार से विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम का मास्टर प्लान बनाकर यहां आवागमन की बेहतर सुविधा और अवस्थापना विकास के लिए कारगर प्रयास किए जाएंगे। धाम के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग के निर्माण के लिए भी तेजी से कार्रवाई होगी और रोप-वे के निर्माण कार्य में तेजी लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि धाम में हेलीपैड एवं अन्य सुविधाओं के विकास की योजनाएं तैयार की जा रही हैं। कुछ सालों के भीतर इन परियोजनाओं के पूरा हो जाने से धाम की वहनीय क्षमता बढ जाएगी और अधिक संख्या में यात्री यहां आ सकेंगे। सचिव मुख्यमंत्री ने कहा कि पालीगाड से जानकीचट्ी तक सड़क के चौड़ीकरण के लिए वनभूमि से संबंधित स्वीकृति के मामले का जल्द निस्तारण होने की उम्मीद है और यह काम आने वाले दो-तीन साल के भीतर पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा सड़क के चौड़ीकरण होने से यात्रा सुगम व सुविधाजनक हो जाएगी और ट्रैफिक का निर्बाध संचालन सुनिश्चित हो सकेगा। उन्होंने कहा कि जानकीचट्टी में पार्किंग व अन्य सुविधाओं के विस्तार को लेकर स्थानीय लोगों के सुझावों के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चत की जाएगी। श्री सुंदरम में कहा कि यात्रा से जुड़े व्यवसाय हमारे रोजगार एवं पहचान का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, लिहाजा सभी पक्ष सकारात्मक रवैया अपनाते हुए यात्रा को सुगम, सुरक्षित और सुव्यस्थित बनाने में सहयोग दें और कोई भी ऐसा काम न करें जिससे यात्रा व्यवस्था प्रभावित हो और हमारे क्षेत्र की छवि व हितों पर बुरा असर पड़े। श्री सुंदरम ने कहा कि यात्रा में बड़े आकार की बसों के आने से संकरे मार्गों पर जाम लग रहा है, जिसे देखते हुए आगामी सितंबर-अक्टूबर माह से बड़ी बसों को यात्रा पर न आने देने का प्रयास किया जाएगा। यह कोशिश सफल रहने पर अगले साल से पूरी तरह से बडे़ वाहनों को रोकने पर विचार किया जाएगा।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक पैदल मार्ग बनाए जाने के अत्यावश्यक बताते हुए कहा कि इसके लिए शुरूआती सर्वेक्षण की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने रोप-वे के निर्माण को जल्द पूरा करने और हैलीपैड बनाए जाने व पालीगाड से आगे के संकरे मार्ग को जल्द चौड़ीकरण किये जाने पर जोर देते हुए इस बावत प्रशासन के स्तर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने कहा कि शुरूआती दिनों में अत्यधिक यात्रियों के आने के कारण कुछ समस्याएं आई थी लेकिन अब इन समस्याओं का समाधान कर यात्रा को सुव्यवस्थित व सुचारू रूप से संचालित किया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने यात्रा मार्गों पर जाम से बचने के लिए लागू किए गए ट्रैफिक प्लान की जानकारी देते हुए बताया कि सड़कों पर वाहनों का दबाव कुछ कम होते ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। इस मौके पर यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल, पवन उनियाल, भरत सिंह राणा, महावीर पंवार, शरत सिंह रावत, संदीप राणा सहित क्षेत्र के अनेक जन-प्रतिनिधियों ने यात्रा व्यवस्था व धाम के विकास से जुड़े मामलों पर अनके सुझाव रखे। इस दौरान उप जिलाधिकारी एवं यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष मुकेश रमोला, उप जिलाधिकारी डुंडा नवाजिश खलीक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।