*माइंडवैली यूनिवर्सिटी, एम्स्टर्डम में परमार्थ निकेतन की डा साध्वी भगवती सरस्वती जी का प्रेरणादायक संबोधन*
*माइंडवैली यूनिवर्सिटी, शिक्षा, साधना और आत्मविकास का अनूठा संगम*
*हमें अपने भीतर के शून्य को भरने के लिए संसार नहीं, संज्ञान व शिवत्व चाहिए*
*साध्वी भगवती सरस्वती*
एम्स्टर्डम, नीदरलैंड्स, 8 अगस्त। परमार्थ निकेतन की डा साध्वी भगवती सरस्वती जी का प्रेरणादायक संबोधन माइंडवैली यूनिवर्सिटी, एम्स्टर्डम से हुआ जिसका लाइव प्रसारण हुआ।
डा. साध्वी भगवती सरस्वती जी आज वैश्विक मंचों पर सनातन संस्कृति की दिव्यता, गहराई और प्रासंगिकता को अत्यंत प्रभावशाली रूप से प्रसारित कर रही हैं। वे विश्व भर में सत्संग, उद्बोधनों व प्रवचनों के माध्यम से योग, ध्यान, करुणा, सेवा और भारतीय अध्यात्म के मूल सिद्धांतों का प्रसार कर रही हैं। उनका संदेश मानवता को जोड़ने वाला और आत्म-जागरण की ओर प्रेरित करने वाला होता है।
एम्स्टर्डम, नीदरलैंड्स माइंडवैली यूनिवर्सिटी में साध्वी भगवती सरस्वती की का विशेष सत्संग हुआ। विश्वभर के आध्यात्मिक, मनोवैज्ञानिक और व्यक्तिगत विकास के जिज्ञासुओं के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। माइंडवैली यूनिवर्सिटी के मंच से डॉ. साध्वी भागवती सरस्वती जी ने अपना मुख्य उद्घाटन भाषण और एक भावपूर्ण सत्संग को सुनकर सभी गद्गद हो गये। यह आयोजन माइंडवैली यूनिवर्सिटी के दो सप्ताह चलने वाले शैक्षिक और आत्मविकास महोत्सव का एक प्रमुख आकर्षण रहा।
आधुनिक युग की शिक्षा प्रणाली में आध्यात्मिकता, व्यक्तिगत विकास और वैश्विक चेतना को समाहित करने वाला एक अनूठा प्रयास माइंडवैली यूनिवर्सिटी एम्स्टर्डम में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह दो सप्ताह का जीवंत और समग्र कार्यक्रम, न केवल शिक्षा की सीमाओं को पुनर्परिभाषित करता है, बल्कि जीवन के हर पहलू को उन्नत करने का एक जीवंत प्रयोगशाला भी बन गया है।
80 से अधिक देशों के प्रतिभागियों ने इस आयोजन में सहभाग किया, जहाँ विश्वस्तरीय वक्ताओं, प्रशिक्षकों और अध्यात्मविदों ने ज्ञान, अनुभव और आंतरिक जागरूकता के संगम से प्रतिभागियों को सशक्त विचार व चिंतन प्रदान किया।
माइंडवैली यूनिवर्सिटी का उद्देश्य पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था को पुनर्परिभाषित करना है। यहाँ कोई डिग्रियाँ, परीक्षा या अंक नहीं होते बल्कि ध्यान, मनोविज्ञान, योग, जीवन कौशल, संबंधों, करियर व आत्मविकास से जुड़े गहन सत्रों के माध्यम से जीवन जीने की कला सिखाई जाती है। यह शिक्षा केवल “ज्ञान” तक सीमित नहीं, बल्कि “बुद्धि, विवेक और चेतना” को केंद्र में रखती है।
यह विश्वविद्यालय, शिक्षा और आध्यात्मिकता के बीच एक सशक्त सेतु निर्मित करता है। ध्यान, सेवा, स्वास्थ्य, सामुदायिक एकता और व्यक्तिगत उत्थान जैसे विषयों को एक साथ लाकर यह युवाओं और वरिष्ठों दोनों को एक अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करता है।
साध्वी भागवती सरस्वती जी का मुख्य उद्घाटन भाषण और सत्संग पूरे महोत्सव में विशेष रहा। उनके सत्संग का विषय आपका उद्देश्य दूर क्यों लगता है और उसके पास कैसे लौटें था।
साध्वीजी ने अपने संबोधन में बताया कि आज की दुनिया में हम बाहरी पहचान, उपलब्धियाँ और सामाजिक स्वीकृति के पीछे भागते रहते हैं लेकिन हमारा वास्तविक उद्देश्य हमारे भीतर छिपा होता है, उसे पहचानना और जीना ही जीवन का सच्चा उद्देश्य है। उन्होंने धर्म आधारित जीवन की ओर लौटने का आह्वान करते हुये कहा कि पुनर्निर्माण का अर्थ किसी और में बदलना नहीं, बल्कि जो आप नहीं हैं उससे मुक्त होना है।
इस सत्र में उन्होंने बताया कि हम अपने उद्देश्य से इसलिए भटक जाते हैं क्योंकि हम अपने भीतर की मौन व ज्ञान से कट जाते हैं। उन्होंने ध्यान, साधना और आत्मचिंतन के माध्यम से उस ज्ञान से पुनः जुड़ने का मार्ग बताया।
माइंडवैली के संस्थापक, विशेन लखियानी एक दूरदर्शी विचारक, बेस्टसेलिंग लेखक और विश्वप्रसिद्ध शिक्षाविद हैं। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर साइंस में डिग्री लेने के बाद, मात्र 26 वर्ष की उम्र में ध्यान का अभ्यास शुरू किया ताकि वह सिलिकॉन वैली की तनावपूर्ण जीवनशैली से निपट सकें।. उन्हें वर्ष 2022 में उन्हें वॉटकिन्स की विश्व की 100 सबसे प्रभावशाली आध्यात्मिक शिक्षकों की सूची में भी स्थान मिला।
माइंडवैली यूनिवर्सिटी एक ऐसा मंच बन चुका है जो शिक्षा, अध्यात्म, मानसिक स्वास्थ्य और जीवन कौशल को एकीकृत कर, एक नई चेतना युग की शुरुआत कर रहा है।
विशेन लखियानी की दृष्टि शिक्षा के माध्यम से दुनिया को रूपांतरित करना है। यह यूनिवर्सिटी आज की वैश्विक पीढ़ी के लिए प्रकाशस्तंभ बन रहे हैं।
माइंडवैली यूनिवर्सिटी के दो सप्ताह चलने वाले इस आयोजन में सफल सीरियल उद्यमी, एनर्जेटिक कोच, अंतरराष्ट्रीय वक्ता और माइंडसेट कोच, रेगन हिलियर, अंतरराष्ट्रीय बेस्टसेलिंग लेखक, डॉ. पॉल मैकेना, सोमा ब्रेथवर्क के संस्थापक, नीराज नाइक, प्रसिद्ध बायोहैकर और बायोहैकर समिट के क्यूरेटर, टेमू एरीना, मशहूर फिल्ममेकर और सोशल मीडिया स्टार, प्रिंस ईए, संगीत निर्देशक और बिजनेस कंसल्टेंट, इताय तलगम, प्रसिद्ध चिकित्सक, शोधकर्ता और शिक्षक, डॉ. जैक बुश, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, डॉ. अमांडा, बेस्टसेलिंग लेखिका, विश्वप्रसिद्ध हिप्नोथेरेपिस्ट और मोटिवेशनल स्पीकर मारिसा पियर आदि अनेक विश्व विख्यात विभूतियों ने सहभाग कर प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।